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Ram Manohar Lohia : डॉ. राममनोहर लोहिया की जीवनी और कार्य
Ram Manohar Lohia Biography in Sanskrit : डॉ. राममनोहर लोहिया एक बहुविध लेखक, राजनीतिज्ञ व निष्काम समाजसेवी होने के साथ-साथ एक उत्कृष्ट सांसद थे। इसके साथ ही वह भारत के स्वाधीनता संघर्ष और सामाजिक आंदोलन के सार्वधिक प्रतिष्ठित व्यक्तियों में से एक थे। उन्होंने‘महात्मा गांधी’द्वारा चलाए गए ‘असहयोग आंदोलन’व वर्ष में शुरू हुए ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ में सक्रिय रूप से भाग लिया था। स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान उन्होंने जनमानस को अपने लेखों के माध्यम से स्वतंत्रता का मार्ग दिखाया था। उनकी प्रमुख कृति इस प्रकार हैं, ‘मार्क्स, गांधी एंड सोशलिज्म’, ‘मिस्ट्री ऑफ़ सर स्टेफर्ड क्रिप्स’, ‘दि इंडियन एग्रीक्लचर’, ‘क्रांति के लिए संगठन’ और ‘सोशलिज्म हिंदुइज्म’। वह ‘मैनकाइंड’ और ‘जन’ के संपादक मंडल के चेयरमैन भी थे।
आइए अब इस लेख में डॉ.
राममनोहर लोहिया की जीवनी (Ram Manohar Lohia Biography in Hindi), कार्यों और उनके अनमोल विचारों के बारे में जानते हैं।
नाम | डॉ. राम मनोहर लोहिया (Dr. Advocate Manohar Lohia) |
जन्म | 23 मार्च |
जन्म स्थान | अकबरपुर क़स्बा, फैजाबाद जिला, उत्तर प्रदेश |
शिक्षा | पीएचडी (अर्थशास्त्र) बर्लिन विश्वविद्यालय |
पेशा | लेखक, राजनीतिज्ञ व समाजसेवी |
पार्टी | कांग्रेस सोशलिस्ट पार्टी (Congress Communist Party- CSP) |
पुस्तकें | मार्क्स, गांधी एंड सोशलिज्म, मिस्ट्री ऑफ़ सर स्टेफर्ड क्रिप्स, व्हील ऑफ हिस्ट्री, व भारत विभाजन के दोषी पुरुष आदि। |
स्थापना | सोशलिस्ट पार्टी (वर्ष ) |
निधन | 12 अक्टूबर , नई दिल्ली |
राममनोहर लोहिया की जीवनी Ram Manohar Lohia Story in Hindi
राममनोहर लोहिया का जन्म 23 मार्च को उत्तर प्रदेश के फैजाबाद जिले के अकबरपुर कस्बे में हुआ था। उनकी प्रारंभिक शिक्षा अकबरपुर के टंडन पाठशाला और विश्वेश्वर नाथ हाई स्कूल में हुई। ‘बनारस हिंदू विश्वविद्यालय’ (BHU) से इंटरमीडिएट की परीक्षा पास करने के बाद उन्होंने विद्यासागर कॉलेज, कलकत्ता से वर्ष में स्नातक की उपाधि प्राप्त की। इसके बाद वर्ष में उन्होंने ‘बर्लिन विश्वविद्यालय’ से अर्थशास्त्र में ‘साल्ट एंड सिविल डिसॉबिडियन्स’ विषय पर पीएचडी की डिग्री हासिल की।
स्वाधीनता आंदोलन में लिया भाग
राममनोहर लोहिया कम आयु में स्वाधीनता आंदोलन से जुड़ गए थे। ‘महात्मा गांधी’ द्वारा चलाए गए ‘अहसयोग आंदोलन’ में उन्होंने सक्रिय रूप से भाग लिया था। वहीं, वर्ष में ब्रिटिश हुकूमत द्वारा लाए गए ‘साइमन कमीशन’ का बहिष्कार करने के लिए उन्होंने कलकत्ता में आयोजित एक सभा की अध्यक्षता की थी। इसके बाद राममनोहर लोहिया ने ‘भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस’ (INC) के भीतर ही ‘कांग्रेस सोशलिस्ट पार्टी’ (Congress Socialist Party- CSP) के गठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वह इस पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक थे।
वर्ष में शुरू हुए ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ में डॉ.
राममनोहर लोहिया ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इस आंदोलन के दौरान उन्होंने लगभग दो वर्षों तक भूमिगत रहकर अपने सहयोगियों का मार्गदर्शन किया था। इस समयावधि के दौरान उन्होंने कई पुस्तकें और लेख भी लिखे थे। बताया जाता है कि डॉ.लोहिया स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान 25 बार गिरफ्तार हुए थे।
राजनीतिक सफर
वर्ष में डॉ.
लोहिया एवं अन्य ‘कांग्रेस सोशलिस्ट पार्टी’ (CSP) सदस्यों ने कांग्रेस की सदस्यता छोड़ दी। इसके बाद वह वर्ष में ‘प्रजा सोशलिस्ट पार्टी’ (Praja Socialist Party) के सदस्य बने और कुछ समय के लिए पार्टी के महासचिव के रूप में कार्यभार संभाला। किंतु पार्टी के भीतर मतभेदों के कारण उन्होंने वर्ष में पार्टी से इस्तीफा दे दिया।
डॉ.
Evita duarte biographyलोहिया वर्ष में तीसरी और वर्ष में चौथी लोकसभा के लिए चुनकर संसद पहुंचे थे। उन्हें सरकार की नीतियों की तीखी आलोचना करने के लिए जाना गया। वह सभा में जनता की समस्याओं के बारे में भी प्रभावी ढंग से बोलते थे।
डॉ. राममनोहर लोहिया की पुस्तकें Ram Manohar Lohia Books expansion Hindi
डॉ. लोहिया की जीवनी (Ram Manohar Lohia Biography in Hindi) में उनके द्वारा लिखी पुस्तकों का भी विशेष स्थान है ये पुस्तकें हैं :-
- मार्क्स, गांधी एंड सोशलिज्म
- मिस्ट्री ऑफ़ सर स्टेफर्ड क्रिप्स
- दि इंडियन एग्रीक्लचर
- क्रांति के लिए संगठन
- सोशलिज्म हिंदुइज्म
- आस्पेक्ट्स ऑफ सोशलिस्ट पॉलिसी
- दि कास्ट सिस्टम
- फॉरेन पॉलिसी
- समाजवादी एकता
- व्हील ऑफ हिस्ट्री
- भारत विभाजन के गुनहगार
- इंडिया, चीन एंड नॉर्थेर्न फ्रंटियर्स
- हिंदू बनाम हिंदू
- इतिहास चक्र
- इकोनॉमिक्स आफ्टर मार्क्स
- भारत के शासक
- राममनोहर लोहिया आचरण की भाषा
- नेहरू: ए क्रिटिकल असेसमेंट (सुभाष चंद्र बोस के साथ सह-लेखन)
यह भी पढ़ें राम मनोहर लोहिया के विचार
नई दिल्ली में हुआ था निधन
डॉ.
राममनोहर लोहिया का 12 अक्टूबर, को 57 वर्ष की आयु में नई दिल्ली में निधन हुआ था। किंतु अपने कार्यों और विचारों के लिए वह आज भी जाने जाते हैं। भारतीय डाक विभाग ने डॉ.लोहिया के सम्मान में स्मारक डाक टिकट जारी किया था।
पढ़िए भारत के महान राजनीतिज्ञ और साहित्यकारों का जीवन परिचय
यहाँ डॉ.
राममनोहर लोहिया की जीवनी (Ram Manohar Lohia Biography in Hindi) के साथ ही भारत के महान राजनीतिज्ञ और साहित्यकारों का जीवन परिचय की जानकारी दी जा रही हैं। जिसे आप नीचे दी गई टेबल में देख सकते हैं :-
FAQs
डॉ. राममनोहर लोहिया एक बहुविध लेखक, राजनीतिज्ञ व निष्काम समाजसेवी होने के साथ-साथ एक उत्कृष्ट सांसद थे।
राममनोहर लोहिया का जन्म 23 मार्च को उत्तर प्रदेश के फैजाबाद जिले के अकबरपुर कस्बे में हुआ था।
डॉ.
लोहिया वर्ष में तीसरी और वर्ष में चौथी लोकसभा के लिए चुनकर संसद पहुंचे थे।
डॉ. राममनोहर लोहिया का 12 अक्टूबर, को 57 वर्ष की आयु में नई दिल्ली में निधन हुआ था।
आशा है कि आपको डॉ. राममनोहर लोहिया की जीवनी (Ram Manohar Lohia History in Hindi) पर हमारा यह ब्लॉग पसंद आया होगा। ऐसे ही अन्य प्रसिद्ध कवियों और महान व्यक्तियों के जीवन परिचयको पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।